आत्म–संदेह (Self doubt) — इंसान की सबसे बड़ी बीमारी जो एक इंसान को अंदर से इतना खोखला कर देती है की उसको लगने लगता है कि वो किसी काम को करने के काबिल नहीं है।
हैरानी की बात पता क्या है ?
इस बीमारी का इलाज हमारे खुद के पास ही होता हैं। अक्सर कई बार जब कोई जिंदगी में कुछ करने का सोचता है तो कई बार failure मिल जाता है या यूं कह लो कि बहुत बार failure मिलता है और वो इंसान सोचने लगता हैं की वो किसी भी काम को करने के काबिल नहीं है ।
उसके failures उसको यह एहसास दिलाने लगते हैं कि वो जिंदगी में कुछ भी नहीं कर पाएगा । ऐसे लोग हमेशा अपनी जिंदगी से नाराज रहते हैं, खफा रहते हैं और इनको अपने ऊपर हमेशा doubt रहता है । उन्हें यह लगने लगता है उनके द्वारा की गई हर गलती सुधारी नहीं जा सकती।
अगर तुम भी ऐसे ही हो तो यह सब बंद कर दो। क्योंकि तुम्हारा खुद पर विश्वास न रखना, खुद के बारे में बुरा सोचना, खुद को बुरा बोलना, खुद को सजा देना, खुद पर इंजाम लगाना और बार–बार खुद की ही गलती निकली जाना, यह सब चीजें तुम्हें अंदर से तोड़ रही हैं। तुम्हें खुद का ही दुश्मन बना रही हैं।
तुम्हें यह सब जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी बंद करना होगा । क्योंकि यह सब बातें ना सिर्फ तुम्हारा confidence down कर रही हैं बल्कि तुम्हारी personality के लिए भी बिल्कुल सही नहीं है, तुम्हारे लिए सही नहीं है ।
यह बातें तुम्हें कभी आगे नहीं बढ़ने देंगी।
तुम्हारा यह self doubt तुम्हें कभी socialise भी नहीं होने देगा । यह तुम्हे दूसरे लोगों से मिलने से, उनके साथ बातें करने से रोकता है । क्योंकि तुम्हारा यह self doubt तुम्हें यह एहसास दिलाता रहता है की तुम नए लोगों से मिलने के लिए सही नहीं हो । उनसे मिलने के काबिल नहीं हो।
जब तुम्हारा यह self doubt इतना इतना बढ़ जाता है तो हर वक्त तुम्हारी सोच में, तुम्हारे words में सिर्फ और सिर्फ negativity होती है।
इन सब से अंत में क्या होता है ?
यहीं चीजें है जो इंसान को stress की तरफ लेकर जाती हैं, Depression का शिकार बनाती हैं । सोचा है कभी की तुम इस तरह अपनी जिंदगी के साथ क्या कर रहे हो । तुम ऐसा करके अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हो।
तुम्हें एक ही जिंदगी मिली है । खुश रहो की तुम एक इंसान हो और तुम कुछ भी कर सकते हो । कुछ भी ।
करोड़ों तरह के जीव हैं इस दुनिया में । लेकिन तुम्हे इंसान बनने का मौका मिला । तुम्हें यह इंसान बनने का मौका इसलिए नहीं मिला की तुम हार मानकर बस बैठे रहो और सोचते रहो की तुमसे कुछ होगा ही नहीं । तुम सिर्फ situation के हाथों मजबूर हो सकते हो लेकिन तुम्हारे पास एक जीता जागता शरीर है ।
एक चींटी भी दीवार चढ़ते वक्त अनगिनत बार गिरती है। लेकिन हार तो यार वो भी नहीं मानती । चढ़कर ही दम लेती है। लेकिन तुम तो situation से और असफलता से निराश होकर बैठ गए।
Failure life का सिर्फ एक हिस्सा है । आपकी life नहीं है। तो इसको अपनी जिंदगी का एक part समझकर अपनी जिंदगी पर फोकस करो । इसको अपनी जिंदगी मत समझो ।
अब बात करते हैं की इस self doubt को कैसे कम करना है। तो इसके लिए अपनी जिंदगी में इन बातों को ख्याल जरूर रखना जो मैं अब बताने जा रही हूं :
1) अपनी गलतियों और अपनी असफलताओं को स्वीकार करो ।
हर इंसान गलती करता है । कोई इंसान ऐसा नहीं है इस दुनिया में जिससे कभी कोई गलती न हुई हो । अगर तुमसे भी कोई गलती हो जाती है । तो कोई बात नहीं । लेकिन अपनी गलती को खुद पर इतना हावी मत होने दो कि तुम्हारा गलती करने का मलाल तुम्हें जिंदगी में कभी आगे ही न बढ़ने दे ।
पता है हम अपनी गलतियों को लेकर guilt में क्यों जीते है क्योंकि हम अपनी गलतियों को accept ही नहीं कर पाते या कह लो कि accept करना ही नहीं चाहते । अरे यार हो सकती है तुमसे भी गलती, उसको accept करो, उससे सीखो और जिंदगी में आगे बढ़ो ।
2) अपने जीवन का नियंत्रण अपने हाथ में लो।
किसी इंसान की भी जिंदगी perfect नहीं होती और तुम्हारी भी नहीं है । हर इंसान की जिंदगी में, परिवार में, करियर में, रिश्तों में मुश्किलें आती हैं । तुम अकेले नही हो इन सब का सामना करने वाले ।
बस इस चीज को याद रखना कि तुम्हें अपने thoughts को control नहीं करना हैं, तुम्हें बस अपने thoughts को खुद को control करने से रोकना है ।
3) जिंदगी की खूबसूरती को समझो।
जब तुम्हारा आत्म–संदेह बढ़ने लगता है तो तुम्हें अपनी जिंदगी में जो भी Positive चीजें हो रही होती हैं, वो दिखनी बंद हो जाती हैं, उसका एहसास होना बंद हो जाता है ।
ठीक है, तुम अपनी जिंदगी में होने वाली positive चीजों पर नहीं focus करते कोई बात नहीं, पर यार कम से कम जिंदगी को तो मत भूलो कि जिंदगी की क्या positivity है, कितनी खूबसूरत एहसास है यह जिंदगी । कम से कम कुछ बुरे experience के कारण जिंदगी की खासियत तो मत भूलो ।
4) दूसरों के साथ अपनी तुलना करना बंद करो।
दूसरों से अपनी तुलना करना बंद करो । तुम अलग हो और यहीं मायने रखता है । तुम दूसरे इंसान जैसे नहीं बन सकते और न ही कोई और इंसान तुम्हारे जैसा बन सकता है । तो दूसरों के साथ खुद की तुलना करना बंद करो और खुद पर ध्यान दो। खुद को हर पल सुधारने की कोशिश करो । खुद पर काम करो।
5) अपने आलोचकों को अपने results से साबित करो।
इस दुनिया में लोग तुम पर सवाल उठाते ही रहेंगे । तुम्हे हर वक्त demotivate करते ही रहेंगे । इस आलोचनाओं को खुद को कमजोर मत करने दो । हालांकि उनकी की गई हर गलत बात को, हर आलोचना को motivation के तोर पर लो और उनको prove कर के दिखाओ कि तुम क्या चीज हो अपने शब्दों से नहीं अपने परिणाम से और अपनी जीत से उनके मुंह बंद करो ।
6) अपने अतीत को अपने वर्तमान और अपने भविष्य को खराब मत करने दो।
तुमने past में चाहे जो मर्जी किया हो । जितनी मर्जी गलतियां की हो । लेकिन उसका असर आपने वर्तमान और भविष्य पर मत होने दो । खुद को weak मत करो । अपनी गलतियों को देखो, जानो की मैने गलत क्या किया और जो गलत किया वो ठीक कैसे होगा । बस तुम्हारा ध्यान इस चीज पर ही होना चाहिए।
तुम्हारे अतीत में जो होना था, वो हो गया। वो चीज अब तुम्हारे बस में नहीं है। लेकिन तुम आज क्या कर सकते हो, वो तुम्हारे बस में ही है। तो बिना खुद पर संदेह किए अपने आज को अच्छे से प्रयोग करो और अपना best दो।
इस Article को पढ़ने के लिए बहुत धन्यवाद। उम्मीद है की आपको इस Article से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा। हमारे आने वाली पोस्ट की तत्काल सूचना पाने के लिए हमारे Newsletter को subscribe जरूर करें।