आखिर क्या है ये लीडरशिप । आज के समय में इस सवाल का जवाब हर इंसान जानना चाहता है की असल में लीडरशिप आखिर है क्या । लीडरशिप का असली मतलब क्या है ।
क्योंकि आज के समय में हमारा ये जो युवा है – उसका सपना सिर्फ नौकरी पाकर एक सामान्य जीवन जीना नहीं रहा । वो जिंदगी में कुछ खास करना चाहता है । एक अनोखा इंसान बनाना चाहता है ।
वो एक छोटी सी नौकरी के साथ सिर्फ अपने रोज के खर्चों में ही फसकर नहीं रहना चाहता । बल्कि अपने सपने पूरे करना चाहता है।
वहीं हमरे देश के बहुत से युवाओं की आंखों में सपना होता है । Lead करने का । वे नेतृत्व करना चाहते हैं।
क्योंकि वो थक गए है अपनी जिंदगी की भाग डोर दूसरे के हाथों में थामे हुए । अब वो अपनी जिंदगी की…अपने सपनों की…अपने काम की भाग डोर अपने हाथों में लेना चाहते हैं ।
लेकिन एक चीज जो आपको समझनी होगी कि लीडरशिप का वास्तविक अर्थ क्या है ?
असल में लीडरशिप का मतलब क्या है ?
तो आइए चर्चा करते हैं कि लीडरशिप क्या है ?
अगर आपका जीवन में कोई लक्ष्य है । आपको खुद अपने में सपनों के लिए तो समर्पित रहना ही है । उसके साथ ही अपनी team के व्यवहार को एक positive तरीके से बदलकर उनको अपने साथ में लेकर चलने की इक कला है लीडरशिप ।
खासकर आपका सपना जब एक entrepreneur बनने का है तो ये कला तो आपको आनी ही चाहिए ।
जिनसे आप उनके व्यवहार को बदल कर अपने और उनके दोनों के लक्ष्य पूरे कर सकते हैं । वो भी इस तरह से जिससे दूसरे इंसान को ये न लगे कि उसे आप अपने उद्देश्य के लिए उपयोग कर रहे हो ।
बल्कि उसे ऐसा लगना चाहिए की आप उनकी मदद कर रहे हैं और उनकी मदद ले रहे हैं । आप उनके साथ भी है और आप उनका साथ भी चाहते हैं । वो है असली Leader । लीडरशिप एक खासियत है इंसान की जिसमे आप positive attitude के साथ लोगों को किसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रेरित करते हैं ।
हालांकि लीडरशिप इक एक गुणों का संग्रह है और जब तक आपके अंदर ये सारे गुण नहीं आते । आप एक अच्छे लीडर नहीं बन सकते ।
1) एक अच्छा लीडर होने के लिए, आपको एक ईमानदार व्यक्ति होना चाहिए । आप ईमानदार रहेंगे तो आपके साथ काम करने वाले लोग भी आपको फॉलो करेंगे।
2) आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स ( communication skills ) बहुत ही अच्छी होनी चाहिए । आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स ही है जो आपके और आपके साथ काम करने वाले लोगों के बीच में एक मजबूत रिश्ता कायम करेगा।
आपके पास सकारात्मक दृष्टिकोण होना चाहिए । नकारात्मक परिस्थितियां ( adverse situation ) में भी आपको सकारात्मक रहना होगा ताकि आपके साथ काम करने वाले लोग कभी भी डिमोटिवेट ना हो ।
3) सबसे इम्पोर्टेन्ट क्रिएटिविटी ( creativity ) । ये क्रिएटिविटी है जो आपको दूसरों से अलग बनाती है और आपको आपके साथ काम करने वाले लोगों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करना चाहिए ।
क्योंकि एक लीडर होने के नाते आपको ना सिर्फ अपने सपनों को पाना है । आपको उनके सपनों को पूरा करने के लिए उन्हे हमेशा मोटिवेट करते रहना है ।
क्योंकि जब आप इक लीडर होते हो तो आप अपने नाम से नहीं बल्कि अपने काम से पहचाने जाते हैं । अपने गुणों से पहचान जाते हो और एक लीडर के रूप में आप इक सेनापति की तरह हो जिसमे आप अपनी सेना के साथ युद्ध में लड़ने के लिए हर संभव तरीके से त्यार करते हो ।
चाहे कोई कंपनी हो…..कोई टीम….. या आपका देश । उसकी जीत की जिम्मेदारी होती है उसके नेता की ।
क्योंकि एक लीडर की जिम्मेवारी अपने साथ साथ , अपने सपनों के साथ साथ । हर उस इंसान के सपने और लक्ष्य को पूरा करने की है जो उसके साथ है ।
अगर आपमें यह सब गुण हैं या आप तैयार हो सारे गुणों को अपनाने के लिए।
तो आप अवश्य ही एक अच्छे महान लीडर बनेंगे ।
तो इंतज़ार किस बात का । एक सपने देखने वाला इंसान बनो । एक लीडर बनो । एक अचीवर बनो ।
इस article को पढ़ने के लिए धन्यवाद