अरे यार मेरी जिंदगी में इतनी परेशानियां क्यों हैं । जब भी मैं एक परेशानी का हल ढूंढता हूं तो दूसरी परेशानी आकर खड़ी हो जाती है ।
हे भगवान ! ये सब मेरे साथ ही क्यों होता है ?
ऐसे ही बोलते हो ना । जब कोई समस्या आ जाती है जिंदगी में । पर हम अपनी जिंदगी में अच्छी और बुरी स्थितियों का सामना करके ही बड़े होते हैं ।
बात सिर्फ इतनी है कि जब तक सब हमारी उम्मीदों के अनुसार होता है । हम खुश हैं और जब हमारी उम्मीद के अनुसार चीजे नहीं होती और हमें परिस्थितियों के साथ थोड़ा संघर्ष करना पड़ता है । तब हमें वो स्थिति समस्या लगने लगती है ।
जब हम अपने लक्ष्यों को पाने के लिए पूरी तरह से तैयार होते हैं । बिल्कुल उसी वक्त, जीवन हमारे सामने खड़ा करता है चुनौतियां । बस हमारे साहस को परीक्षण करने के लिए । हमारी इच्छाशक्ति को परीक्षण करने के लिए ।
वो एक ऐसा पल है । जहां हम ये नहीं कह सकते हैं कि मैं चुनौतियां के लिए अभी तैयार नहीं हूं । क्योंकि इसका ये मतलब होगा की आप ना सिर्फ किसी चुनौती के लिए बल्कि अपने लक्ष्य के लिए भी तैयार नहीं हो ।
अगर ऐसा ही रहा तो ये ना हो कि आप बस समस्या का रोना रोते रह जाओ और आपका कीमती समय ऐसे ही निकल जाए ।
इस दुनिया में हर चीज किसी न किसी कारण की वजह से होती है ।
हां ! हम अपनी जिंदगी में आने वाली स्थिति को तो नहीं कंट्रोल कर सकते हैं पर इतना तो कंट्रोल कर सकते है ना की ये स्थिति हम पर कितना असर डालेगी ।
चलो अब बात करते हैं कि अपनी जिंदगी में हम ऐसी स्थितियां जिन्हे की हम समस्या का नाम देते हैं । उसे अच्छे से हम समझते हैं और उससे कैसे डील करना है, वो समझते हैं ।
तो सबसे पहली बात
समस्या होना कोई समस्या नहीं है । आपकी ज़िंदगी में किसी परेशानी का होना परेशानी नहीं है । परेशानियां और रुकावतें – ये सब जिंदगी का एक हिस्सा है और जब तक जिंदा हो । उनसे नही बच पाओगे ।
पर हम कर क्या सकते हैं ?
हम समस्याओं के प्रति अपना नजरिया बदल सकते हैं । तो प्रॉब्लम ये नहीं है की आपकी ज़िंदगी में कोई प्रॉब्लम है । प्रॉब्लम तो है की जब चीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं होती । हमें वो चीज प्रॉब्लम लगने लगती है ।
अगर कोई स्थिति समस्या लगने भी लगे तो बस एक फॉर्मूला अपने आप को उस समय याद करवा लेना – मेरी लाइफ में प्रॉब्लम है तो मतलब की हां एक नया चैलेंज है और एक नया चैलेंज’ है । मतलब की मेरे पास बढ़ने के लिए अवसर है । अपनी जिंदगी में कुछ अलग हासिल करने का मौका है ।
जब तक तो जिंदगी में सब सही चल रहा होता है । तब तक तो सब शांत रहते हैं । असल में इंसान की असली ताकत तो नज़र आती है जब परिस्थितियाँ हमारे हिसान से नही चलती ।
आइए आपके जीवन की किसी भी समस्या से एक उदाहरण लेते हैं :–
अगर आपको नौकरी ढूंढने में कोई समस्या आ रही है या आपके कोई रिश्ते आपकी उम्मीद के अनुसार नहीं चल रहे या फिर कोई वित्तीय संकट है या फिर बिजनेस में, काम में या परिवार में कोई समस्या है ।
तो क्यों सोचना की यह समस्या मेरे लिए है
सोचो ना की यह चुनौती है और इसका तो हिम्मत के साथ सामना करना ही है ।
वरना मैं इन परेशानियों में ही भटकता रह जाउंगा और जिंदगी में कुछ नहीं कर पाऊंगा ।
आपको पता है जो शब्द हम उपयोग करते हैं, उसका हमारी मानसिकता पर बहुत ज्यादा प्रभाव होता है और अगर एक बार समस्या शब्द को चुनौती शब्द के साथ बदल दोगे । तो देखना
तो आप हर स्थिति का सामना और भी ज्यादा साहस के साथ कर पाओगे । अब समस्या से चुनौती तक का सफर तो तय करना ही है और उसके बाद हमें बस पहुंचना है मंजिल तक । अपनी चुनौती को बनाना है मौका – अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने का ।
चुनौतियों को बस स्वीकार करो । उसको पहचानो और देखो की कमजोरियां क्या है और उन पर काम करो । अगर आप अपनी जॉब अच्छे से नहीं कर पा रहे हैं तो देखो कौन सी स्किल्स की कमी है और उस पर काम करो ।
क्योंकि एक इंसान अपनी जिंदगी में सच्चे मन से अगर कुछ भी करना चाहे तो वो कुछ भी कर सकता है और हो सकता है की दुनिया में और भी बहुत से लोग वही आप जैसी ऐसी ही स्थितियां का सामना कर रहे हों ।
लेकिन वो क्या करते हैं ?
वो सिर्फ समस्याओं से बचते हैं । लेकिन वो लोग जिन्होने सोचा होता है अपनी जिंदगी में बहुत बड़ा कुछ करने का, अपनी पहचान बनाने का, वो सिर्फ परेशानी को देखकर रिएक्ट नहीं करते बल्कि सोचते हैं और एक्शन लेते है ।
वो अपनी जिंदगी में आने वाले हर चुनौती का स्वागत करते हैं । इसिलिए जिंदगी आपको चैलेंज करे । क्यों ना आप जिंदगी को चैलेंज करो की :
हे जिंदगी ! भेज अगर कोई चुनौती है तो मेरे लिए ।
मैं तो खड़ा हूं पूरी हिम्मत के साथ और मैं तो हारने वाला हूं नहीं और प्रॉब्लम्स को तो मैं हराकर ही रहूंगा । चाहे जो हो जाए ।
इस article को पढ़ने के लिए धन्यवाद ।