कई बार क्या होता है कि इस व्यस्त दुनिया में हम इतने खो जाते हैं कि अपने सपनों की तरफ से, अपने लक्ष्य की तरफ से कहीं ना कहीं अपना ध्यान खो देते हैं।
इसका कारण कुछ भी हो सकता है – हो सकता है परिवार में कोई परेशानी चल रही हो या फिर आप एक नौकरी कर रहे हो और आपकी नौकरी में कोई परेशानी चल रही हो या फिर अपके किसी बहुत ही करीबी इंसान की जिंदगी में किसी तरह की कोई परेशानी चल रही हो। जिसकी वजह से आप अपने सपनों को समय नहीं दे पा रहे हो।
कारण कुछ भी हो सकता है।
ऐसी स्थिति में हम अपने सपनों से दूर जाना तो नहीं चाहते लेकिन कहीं ना कहीं आपके सपने पीछे छूट जाते हैं और दोबारा से उन पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल सा हो जाता है।
तो आज इस लेख में मैं कुछ ऐसे ही बातें सांझा करना चाहूंगी जिससे आपको दोबारा अपने सपनों पर, अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
1) सबसे पहला काम जो आपको करना है वो है शुरुआत
कई बार क्या होता है कि जब किसी काम से हमारा संपर्क टूट जाता है और जब हम उसकी दोबारा से शुरुआत करते हैं तो बहुत हताश महसूस करते हैं।
आप हताश इसलिए नहीं होते हो क्योंकि आपको काम करना पड़ रहा है। बल्कि इसलिए होते हो क्योंकि आप बहुत ही मेहनत से थोड़ा आगे आए थे और अब दोबारा से फिर से आपको शुरुआत करनी पड़ेगी।
ऐसे में सिर्फ आपको एक काम करना है करनी है– VISUALISE YOUR DREAM। मतलब कि आपको अपनी आंखें बंद करनी है और एक बार सिर्फ उस स्थिति की कल्पना करनी है जब आप अपने सपने को पा चुके होंगे, जब आपको जीत मिल चुकी होगी, जब आप अपनी मंजिल तक पहुंच चुके होंगे और उसका एहसास करना है।
जब आप उस जीत का एहसास करोगे। तो यकीन मानो वो सारी मायूसी एक झटके में खत्म हो जाएगी और आपके दिमाग में सिर्फ एक बात होगी कि मुझे इसे असलियत में बदलना है। फिर चाहे मुझे बार–बार शुरुआत क्यों न करनी पड़े। अब शांत तो मैं अपने सपने को पाकर ही होऊंगा।
2) परेशानी को चुनौती की तरह लो।
तुम किसी वजह से अगर अपने लक्ष्य पर ध्यान नहीं दे पा रहे हो। तो यह मत समझो कि yeh कोई problem है। बस इतना सोचो कि रास्ते में कोई challenge आया है और मुझे हर कीमत पर इस चुनौती को पार करना ही है और बस आगे बढ़ते जाना है।
जब तक तुम चीजों के प्रति अपना नजरिया नहीं बदलोगे, तब तक तुम्हारे लिए तुम्हारी जिंदगी कभी आसान नहीं होगी और ना ही तुम्हारे लिए तुम्हारे सपनों को पाना आसान होगा। जिस दिन तुमने अपना नजरिया बदल दिया, उस दिन तुम्हें दुनिया में सब कुछ आसान लगने लगेगा। चाहे फिर लोगों के लिए वो काम बहुत ज्यादा मुश्किल क्यों न हो, तुम्हारे नजरिए में सब आसान ही होगा।
यह तुम्हारा नजरिया ही है जो चीजों को मुश्किल बनाता है और तुम्हारा नजरिया ही है जो चीजों को आसान बनाता है। अब तुम्हें अपने रास्ते में मुश्किलें खड़ी करनी है या फिर रास्ते को आसान बनाना है, यह तुम्हें तय करना है।
हां! अगर सोचोगे कि तुम्हारे सपने को पाना बहुत मुश्किल है तो आपका दिमाग आपके सामने ऐसे लाख कारण खड़े कर देगा जिसकी वजह से आप हारोगे ही हारोगे।
वहीं अगर वहीं सोच लिया कि मेरे लिए तो सब आसान है, मैं तो कुछ भी कर सकता हूं, तो तुम्हारा दिमाग वो हर संभवता तुम्हारी आंखों के सामने लाएगा, जिसकी वजह से तुम्हें सफलता मिलेगी ही मिलेगी।
3) खुद को समय दो।
हां! कई बार जब तुम काफी समय बाद दोबारा से अपने लक्ष्य की तरफ ध्यान देने की कोशिश करते हो लेकिन ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते।
तो ऐसे में तुम्हें हताश नहीं होना है, हालांकि एक Schedule बनाना है। अब जब तुम काफी समय बाद वो काम दोबारा करने लगे हो जब तुम्हारा संपर्क उससे टूट चुका है। तो तुम खुद से यह उम्मीद नहीं कर सकते कि तुम बिलकुल पहले जैसा काम एकदम से शुरू लोगे।
नहीं
एक सूची बनाओ, अपने उस लक्ष्य को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटो। धीरे-धीरे, थोड़ा-थोड़ा करके उस काम को करो और जब तुम्हें लगे कि अब चीजें दोबारा से प्रवाह में आ रही हैं, दोबारा से संपर्क बन रहा है, तो बस फिर आगे बड़ो अपने सपनों की तरफ अपनी रफ्तार से।
तो अब जब कभी लगे कि नहीं यार, अब नहीं होगा, सब पीछे छूट गया, अब शुरू से शुरू करना होगा, मुझसे नहीं होगा, इन चीजों को करने की कोशिश करना।
कुछ पीछे नहीं छूटता, बस आपकी सोच आपको पीछे खींच देती है, इस सोच पर आप जितनी सक्रात्मकता की परत चढ़ाते रहोगे, यह आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रहेगी।
तो बस हो जाओ शुरू।
अब बस मंजिल तक पहुंचने के बाद ही सांस लेना।
इस Article को पढ़ने के लिए धन्यवाद। उम्मीद ही आपको यह article पसंद आया होगा।