हम सब अपने जिंदगी में अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं पर हममें से बहुत से लोग यह सोचते हैं कि सपनों को पूरा करने के लिए कुछ असाधारण करना होगा और असाधारण के चक्कर में हम जो छोटे से छोटे प्रयास कर सकते हैं हम वह भी नहीं करते ।
आप सब लोगों ने मुहवरा तो सुना ही होगा
“जहां चाह है वहां राह है”
छोटे छोटे कदम रखकर ही अपने सपनों को पाया जाता है और आपकी कुशलता भी धीरे धीरे ही सुधरेगी और ऐसे ही धीरे–धीरे करके आप कब दूसरों से अलग बन जाएंगे और बहुत ही काबिल बन जाएंगे । यह आपको खुद को भी नहीं पता लगेगा । बस कोशिश तो करो ।
अगर बड़े सपने देखे हैं और उन्हें पूरा करना है तो बहाने क्या होते हैं, उसे भूल जाओ । बहाने बनाना बंद कर दो। बस अपनी मेहनत को याद रखना । अपने प्रयास याद रखो ।
उदाहरण के लिए बात करते हैं एक इंसान कि जो की अपना एक ऑनलाइन शॉपिंग कार्ट खोलना चाहता था। पर यहां उसने अपने सपनों को इतना महत्व नहीं दिया जितना की बहानों को दिया, अपनी दिमाग की सोच को दिया, अपने बुरे विचारों को दिया कि इसके लिए बहुत सारा निवेश चाहिए । सामान इक्ट्ठा करने के लिए बहुत फंड चाहिए और वेबसाइट डेवलपर्स का इंतजाम करना और बहुत कुछ ।
इस चक्कर में उसने अपना पहला कदम भी नहीं रखा । कुछ करने की कोशिश ही नहीं की ।
ऐसे सोच–सोच कर सपने नहीं पाए जाते ।
हालांकि वो पहला कदम। पैसे निवेश करने का नहीं था। वो पहला कदम था सपनों के बारे में योजना बनाने का। खुद के रास्ते बनाने का ।
अगर वो अपने सपनों को पाने के लिए कुछ छोटे छोटे कदम भी उठाता । थोड़ा सा प्रयास भी लगाता । तो खुद–ब–खुद उसे रास्ते मिल जाते । लेकिन अगर हम सोचेंगे ही नहीं । कुछ plan ही नहीं करेंगे । बस खड़े होकर सिर्फ बुरा सोचकर, नेगेटिव सोचकर, सिर्फ बहाने बनाएंगे तो कभी अपनी जिंदगी में अपने सपने को नहीं पा पाएंगे ।
शुरुआत हमेशा छोटी छोटी चिजों से ही होती है और सफलता मिलने में समय लगता है पर आपके सपनों को लेकर आपकी संकल्प, आपकी इच्छा बहुत ज्यादा होनी चाहिए ।
पता है हम लोग कुछ शुरू करने से डरते क्यों है ?
क्योंकि हममें इच्छाशक्ति की कमी है । अपने संकल्प को अपने डर से ज्यादा मजबूत बनाओ । जब भी कमजोर पड़ो तो अपनी जिंदगी के किसी ऐसे समय को याद करो जब आप किसी चीज के लिए बहुत ही ज्यादा ही लगन से उसके पीछे लगे हुए थे और आपने उस चीज को पाया भी । वो क्या था – वो आपकी इच्छाशक्ति थी । अगर आप उसे पाने में सफल रहे तो उसको पाने के लिए आपकी इच्छाशक्ति बहुत ज्यादा मजबूत थी ।
अगर हम अपने आस पास की तरफ भी देखें तो बहुत सी ऐसी चीजें है जो हमने अपने जीवन में पाई है और हमें उस चीज पर गर्व भी है । हालांकि उन चीजों को पाना भी आसान नहीं था । लेकिन आपने कर दिखाया।
जब आप के अंदर किसी चीज को पाने का जुनून होता है, उसे पाने का एक जज्बा होता है की मुझे इस चीज को हर कीमत पर पाना ही है । चाहे जो भी हो जाए पाना ही पाना है । तो आप उसको पाने का रास्ता भी ढूंढ ही लोगे ।
उदाहरण के लिए मान लो कि आप एक यात्रा करना चाहते हैं और आपको यात्रा के रजिस्ट्रेशन करने के लिए ऑनलाइन भुगतान करना है डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड से। पर आपने कभी डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का उपयोग नहीं किया । आम तौर पर किसी से भी पूछो तो लोग कहेंगे कि यह चीज बहुत आसान है । बहुत ही ज्यादा आसान है लेकिन उस इंसान के लिए नहीं जिसने कभी इसका उपयोग ही नहीं किया । जो पहली बार इस चीज को उपयोग कर रहा है ।
अब यहां पर उस आदमी के पास दो विकल्प होते हैं – पहला की वह अपने किसी दोस्त जिसको ऑनलाइन भुगतान करना आता है । उससे वो भुगतान कराए या दूसरा विकल्प इसके पास यह है कि वो खुद ऑनलाइन भुगतान करना सीखे ।
अगर आपको पता है की आपका जो काम है वो ट्रैवलिंग करने वाला है और आपका ज्यादातर समय ट्रैवलिंग करने पर ही लगेगा है । तो क्या हर बार आप अपने दोस्त को कहोगे रजिस्ट्रेशन करने के लिए।
क्या वह सही है ?
बिलकूल नही
अभी यहां पर विकल्प हमारे पास दो है । लेकिन हमको सारी बातों पर ध्यान रखते हुए यह खुद तय करना है कि हम को कौनसा विकल्प चुनना है । हमारी जिंदगी के लिए और हमारे लिए कोनसा विकल्प बेहतर है ।
हम क्या चुनते है । वो निर्भर करता है हमारी इच्छाशक्ति पर । आप वास्तव में उस चीज को सीखने के लिए कितने त्यार है या नही ।
क्या आप अपने हर बार के लिए अपने दोस्त पर निर्भर रहना चाहते हो या अपने comfort zone से निकलकर , थोड़ा सा समय निकाल कर अपने उस दोस्त से उस चीज का पूरा ज्ञान लेना चाहते हो । अच्छी तरह से जानना चाहते हो कि सब कैसे होता है । ताकि आप हर चिज के लिए वापस से किसी व्यक्ति प्रति आश्रित ना हो ।
सब कुछ आपकी अपनी इच्छा शक्ति पर निर्भर है
आप अपने जीवन में कितनी मजबूती से कुछ हासिल करना चाहते हैं । आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कितने दृढ़ हैं
जिंदगी हमें हमेशा दो विकल्प देती है । एक विकल्प होता है बहनों का और दूसरा होता है अपने सपनों को पाने का । रास्ता आखिरकार निर्भर करता है आप पर की आप किस विकल्प को चुनते हैं । बिना प्रयास किए बस बहाने बनाने को या हमें इच्छाशक्ति को जो आपके सपनों को पूरा करने के लिए चाहिए।
इस article को पढ़ने के लिए धन्यवाद । ऐसे ही मोटिवेशनल आर्टिकल की तत्काल सूचना पाने के लिए हमारे Newsletter को subscribe जरूर करें ।